STORYMIRROR
होम
श्रृंखला
कहानी
कविता
कोट
ऑडियो
खरीदें
प्रतियोगिताएं
पुरस्कार
अकादमी
हमारे बारे में
हमारे साथ जुडे
संपर्क करें
लॉग इन करें
Sign Up
Terms & Condition
गोपनीयता नीति"
श्रृंखला
कहानी
कविता
कोट
ऑडियो
प्रतियोगिताएं
पुरस्कार
खरीदें
अकादमी
गिवअवे
हमारे बारे में
संपर्क करें
कोट
कोट
किताब प्रकाशित करें
En
English
Hi
हिन्दी
Gu
ગુજરાતી
Ma
मराठी
Or
ଓଡ଼ିଆ
Bn
বাংলা
Te
తెలుగు
Ta
தமிழ்
Ka
ಕನ್ನಡ
Ml
മലയാളം
लाइब्रेरी
नियम और शर्ते
गोपनीयता नीति"
साइनअप
लॉग इन
En
English
Hi
हिन्दी
Gu
ગુજરાતી
Ma
मराठी
Or
ଓଡ଼ିଆ
Bn
বাংলা
Te
తెలుగు
Ta
தமிழ்
Ka
ಕನ್ನಡ
Ml
മലയാളം
फीड
लाइब्रेरी
लिखें
सूचना
प्रोफाइल
क्या आप पुस्तक प्रकाशित करना चाहते है ?
यहाँ क्लिक करें
निभा रही हैं
नरकमेंलेजाताहैअंहकारकाद्वार।जीतसकोतोजीतलोसंस्कारसेसंसार।
ArunGohilGujaratisuvichar
आज के बच्चे
महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी
सुखमय
समय के संग बदलें
दुख का समय
कालजई
अच्छा इंसान के पहचान
समय का उपयोग
बनती रणभूमि
देश के कर्णधार
सुसंस्कृत हो समाज
यशापयश
उगाचचिंतीतहोतो.हेसमजतउमजतअसूनहीकामाणूसवर्तमानातजगणसोडतो.अस्मिताप्रशांतपुष्पांजलि
अच्छे बुरे में अंतर
कोशिश
दुख-दर्दकेआँसूतकपीजातेलोग
जन्मभूमि
Hindi
आज के समय
Quotes
"आज के विचार" मुस्कान के साथ सुबह की शुरूआत, जीवन के खुशहाली ...
कुछ लोग जीवन में कभी नहीं बदल सकते या यूंँ कहें कि बदलने की ...
वर्तमान उत्कृष्ट रहे हमारा, हम करें ऐसे आज के विचार। भूत-भवि ...
हमारी बुद्धिमत्ता है इसी में, आचरण करें समयानुसार। बदलते समय ...
आज के बच्चे हैं कल के देश के कर्णधार, हम जो कर सके मार्गदर्श ...
प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति में, पुरुषों के समान महत्त्वप ...
अच्छा आदमी बनने में काफी समय लगता है। ओर! वहीं गंदे आदमी बनन ...
*समय* जब निर्णय # समय का होता है, तब गवाही किसी इंसान की नह ...
जीवन का हर पल क़ीमती है इसे व्यर्थ ना गंवाए। gopal Dansena
"यश" की चाहत तो सभी को होती है, किंतु मिलती उसे ही है..... ज ...
दुख का कारण तन और मन दोनों होते हैं I दुख के वक्त इन दोनों ...
*आजकल* ७-१२-२०२१ आजकल तो हालात ये है कि, झूठी जुबाँ झूठा प ...
रविवार: भारत महापुरुषों की जन्मभूमि, लड़ाई के समय बनती रणभूम ...
रविवार: भारत महापुरुषों की जन्मभूमि, लड़ाई के समय बनती रणभूम ...
रविवार: भारत महापुरुषों की जन्मभूमि, लड़ाई के समय बनती रणभूम ...
"अपने आपको कालजई समझने वाले कितने ही काल के गाल में समा गए"
00:00
00:00
Download StoryMirror App